Gardening Tips: गमले में उग जाएगी अजवाइन, जानिए सही तरीका और ग्रोइंग टिप्स

अजवाइन का उपयोग रसोई में किया जाता है. यह खाने को स्वादिष्ट और खुशबूदार बनाने में मदद करती है. इसके साथ ही यह सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है. इससे गैस की समस्या को कम करने में मदद मिलती है. वैसे तो मार्केट में अजवाइन आपको आसानी से मिल जाएगी, लेकिन आप इसका पौधा घर पर गमले में भी लगा सकती हैं. कई लोग जिन्हें गार्डनिंग करना पसंद होता है. वह तरह-तरह की सब्जी और फलों के साथ में अजवाइन का पौधा भी घर पर लगाते हैं. यह एक ऐसा मसाला है जो हर किसी के किचन में मिल जाएगा.

अजवाइन का पौधा कई घरों में लगा होता है. लेकिन लोग कई बार असली समझ कर उस पौधे को लगाते है. उन्हें नहीं पता होता कि वह जिस अजवाइन के पौधे को लगा रहे हैं, तो वह सही है या नहीं. आइए जानते हैं अजवाइन का पौधा घर पर गमले में कैसे लगाना चाहिए और किस तरह से उनकी देखभाल करनी चाहिए.

कैसे लगाएं पौधा?

आप अजवाइन के दानों से गमले में इसका पौधा लगा सकते हैं. इसके लिए एक गमले में 50 प्रतिशत नॉर्मल मिट्टी, 30 प्रतिशत वर्मी कम्पोस्ट और 20 प्रतिशत रेत डालकर मिट्टी तैयार की है. आप रेत की जगह पर कोकोपीट भी मिला सकते हैं. मिट्टी को पहले अच्छी तरह से तैयार करें और गीला कर लें. अब मिट्टी के ऊपर से अजवाइन के दाने डालकर और ऊपर से दोबारा थोड़ी मिट्टी डालें. जिससे की यह दाने ढक जाएं. इसपर पानी दें. इसमें कुछ दिन के बाद आपको अजवाइन के सीड्स जर्मिनेट होने लग सकते हैं. कुछ समय बाद इसकी पत्तियां दिखाई दे सकती हैं. ये धनिया के पौधे से मिलता जुलता ही होता है. बीजों को अंकुरित होने में 7 से 14 दिन लगते हैं. इस दौरान मिट्टी में नमी बनाए रखें, लेकिन ज्यादा पानी न भरने दें.

मार्केट में अजवाइन जैसा दिखने वाले पौधे भी आता है, जिससे खुशबू भी सेम आती है. उसकी पत्तियां मोटी-मोटी होती हैं. उसका नाम अजवाइन लीफ प्लांट होता है. वह अजवाइन के बीजों से नहीं उगाया जाता है. अजवाइन के बीजों से लगा पौधा हरे धनिए की पत्तियों से मिलता जुलता होता है.

अगर खाद की बात करें तो लीफी वेजिटेबल में सुखी खाद डालेंगे तो यह पत्तियों से चिपक सकती है. इसलिए खाद को पानी में घोल कर डाल सकते हैं. इसके साथ ही पौधे की समय-समय यानी की 15 से 20 दिनों में कोई न कोई खाद पौधे में जरूर डालनी चाहिए. अगर आपके पास नीम की खली है तो इसे पानी में मिलाकर पौधे में डाला जा सकता है. उस पानी को हल्के हाथों से पौधे पर सप्रिंकल करना है. हर 15 से 20 दिन में एक बार गोबर की खाद या वर्मी कम्पोस्ट दें. इस पौधे की पत्तियां को उपयोग किचन में किया जा सकता है. इसमें फूल भी नजर आने लगेंगे.

किस तरह करें देखभाल

ओवर पानी देने से पौधे सड़ सकते हैं. इसलिए सही मात्रा में पानी डालें. सर्दियों के मौसम में 3 से 4 दिन में भी पानी डालेंगे तो चल जाएगा और वहीं गर्मी के मौसम में दिन में एक बार पानी डालें. मिट्टी में ज्यादा नमी दिखने पर पानी न डालें. जब मिट्टी की ऊपरी सतह सूखी लगे तभी पानी दें. 4 से 5 घंटे सनलाइट में रखें. अगर आप इन्हें छत पर रखते हैं तो तेज दोपहर की धूप से बचाएं. इसके लिए आप ट्रेलिस नेट या शेड नेट का उपयोग कर सकते हैं. इससे पौधा का तेज धूप, बारिश और कीटों से बचाव किया जा सकता है. आमतौर पर अजवाइन पर ज्यादा कीट नहीं लगते हैं. अगर पत्तियों पर कीड़े दिख रहे हैं तो नीम का तेल स्प्रे किया जा सकता है.

कौन-सा मौसम है सही?

अजवाइन का पौधा गमले में लगाने के लिए सितंबर से अक्टूबर का समय सबसे सही रहता है. इस पौधे को न तो बहुत ज्यादा गर्मी पसंद हौ और न ही बहुत ज्यादा ठंडक तो इसलिए अजवाइन का पौधा इस समय लगाना सही रहेगा. अजवाइन को बढ़ाने के लिए लगभग 15°C से 21°C का तापमान चाहिए होता है. वसंत ऋतु यानी कि मार्च से मई के महीने में शुरुआत में अजवाइन के बीज घर के अंदर लगाएं. मिट्टी में नमी रखना जरूरी है.

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