पालतू जानवर धीरे-धीरे परिवार का हिस्सा बन जाते हैं. लोग उन्हें अपने साथ सैर पर लेकर जाते हैं. उनके खानपान से लेकर बहुत ही बातों का ध्यान रखते हैं. मौसम के मुताबिक उनका केयर की जाती है. कई लोग बिल्ली और ज्यादातर लोग डॉग पालना पसंद करते हैं. कुत्ते को पालने के कई फायदे भी हैं. इससे घर पर सुरक्षित रहता है क्योंकि वह किसी अनजान को आसान से अंदर नहीं आने देते हैं. इसके अलावा व्यक्ति को अकेलापन महसूस नहीं होता है. लेकिन अपने पालतू को ट्रेनिंग देना भी बहुत जरूरी है.
अगर पालतू जानवर को सही तरह से ट्रेनिंग न दी जाए, तो इससे वह आसपास, खासकर के अंजान लोगों के लिए बड़ी परेशानी का कारण बन सकते हैं. ट्रेनिंग न सिर्फ आपके पालतू को डिसिप्लिन बनाती हैं, बल्कि उनके और आसपास मौजूद लोगों के लिए भी सही रहता है. क्योंकि बिना ट्रेनिंग के कुत्ते झपटना, काटना या अनजाने में नुकसान पहुंचा सकते हैं. ऐसे में आप अपने पालतू को घर पर भी ट्रेनिंग दे सकते हैं.
एक रूटीन सेट करें
अपने पैट डॉग का एक रूटीन सेट करें. उन्हें एक निर्धारित समय पर खाना दें, सैर पर लेकर जाएं और कुछ एक्टिवटी करवाएं. जैसे कि अगर आप हर दिन सुबह 8 बजे खाने दें. इसके साथ ही उन्हें हाथ मिलाने और बैठने की ट्रेनिंग दी जा सकती है. कुर्ते को फ्रेश करवाने के लिए रोजाना सुबह या शाम का एक समय निर्धारित कर उन्हें घर के बाहर लेकर जाएं.
शब्दों के चयन पर ध्यान दें
ट्रेनिंग के दौरान साफ और छोटे कमांड शब्दों का चयन करें जैसे कि बैठो, रूकों, आओ और छोड़ों. एक ही शब्द का बार-बार और हर बात के लिए उपयोग न करें. आवाज की टोन भी सही होनी चाहिए. जिससे वह आपकी बात को समझ सकें. अगर आप बाहर जा रहे हैं और कुत्ता ज्यादा भोक्ता है तो नॉ जैसे शब्दों का उपयोग करें. यह सिर्फ बाहर जाते समय ही नहीं बल्कि आप घर पर भी इसे दोहरा सकते हैं. अगर कुत्ता “रुको” या “आओ” जैसे आदेश समझता है, तो आप उसे किसी खतरे से बचा सकते हैं.
ट्रेनिंग सेशन
पालतू जानवर एकदम से एक बात को नहीं समझ सकते हैं, खासकर की जब वह छोटे होते हैं. लेकिन तभी से उनकी ट्रेनिंग शुरू करना भी जरूरी है. इसलिए ट्रेनिंग सेशन 10 से 15 मिनट से ज्यादा न रखें. एक दिन में 2 से 3 बार छोटे-छोटे सेशन से उन्हें समझाने की कोशिश करें.
सोशल एक्टिविटी
अपने पालतू कुत्ते को दूसरे लोगों और पालतू जानवर से मिलाएं. लेकिन इस दौरान दूसरों की सेफ्टी का ख्याल रखें. कुत्तों को अलग एनवायरमेंट में लेकर जाएं यानी की एक ही जगह पर मत रखें. इसके साथ ही उन्हें गेस का द्वारा सिखाएं. आप उसे फेच खेलाना, घर में छिपी चीजों को ढूंढने का खेल सिखा सकते हैं. इससे उनका दिमाग तेज होगा. साथ ही दोनों के बीच रिश्ता भी मजबूत होगा.
सबसे जरूरी बात यह है कि अगर घर पर कुत्ता पालने के बारे में विचार कर रहे हैं, तो नस्क का ध्यान रखना बहुत जरूरी है. क्योंकि हर नस्ल की अपनी अलग-अलग जरूरत और व्यवहार होता है. घर पर पालने के लिए लैब्राडोर और गोल्डन रिट्रीवर रही रहते हैं.
